कृष्णभावनामृत अर्थात भगवद्भावना के बिना मनुष्य जल के बाहर मछली के समान है तथा अन्य सभी भौतिक सुविधाओं के उपलब्ध होने पर भी वह सुखी नहीं हो सकता है। इस पुस्तक में लेखक ने कृष्णभावनामृत की सरल किन्तु व्यावहारिक प्रक्रिया को समझाया है जो व्यक्ति को अनन्त आनन्द तथा प्रसन्नता से परिपूर्ण जीवन की प्राप्ति करा सकती है।
Name | कृष्णभावनामृत की प्राप्ति |
Publisher | Bhaktivedanta Book Trust |
Binding | Paperback |
Weight | 82 gms |