पुनर्जन्म पर प्रकाशित व्याख्यओं में सर्बोत्कृष्ट
जीवन जन्म से आरम्भ नहीं होता , न ही मृत्यु के साथ समाप्त होता है । व्यक्ति जब देह को छोड़ देता है, तब वास्तव में क्या होता है ? क्या वह दुसरे देह में प्रवेश करता है ? क्या उसे सदैव पुनर्जन्म लेना पड़ता है ? पुनर्जन्म वास्तविकता में किस प्रकार कार्य करता है ? क्या हम अपने भावी जन्मों को नियन्त्रित कर सकते हैं ? ये प्रश्न सभी प्रश्नों में सर्वाधिक गूढ़ तथा रहस्यमय है . पुनरागमन , विश्व के सबसे प्रमाणिक तथा कालातीत ज्ञान स्त्रोतों से मृत्यु के बाद के जीवन का सुस्पष्ट तथा पूर्ण उत्तर देती है ।
Name | पुनारागमन पुनर्जन्म का विज्ञान |
Publisher | Bhaktivedanta Book Trust |
Publication Year | 1983 |
Binding | Paperback |
Pages | 173 |
ISBN | 9789382716945 |